International Women's day

International Women’s day:- भारतीय समाज में महिलाओं को अधिक सम्मान दिया जाता हैं। जब तक महिलाओं का विकास नही होगा तब तक राष्ट्र का विकास संभव नहीं हैं। आइए जानते है International Women’s day यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के सुभ अवसर पर महिलाओं से जुड़ी कुछ तथ्य।

International Women’s day यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता हैं।

8 मार्च को हम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी (International Women’s day) के रुप में मनातें हैं। विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रशंसा,प्रेम,स्रधा व सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों मे उपलधब्धियों एवं कठिनाइयों कि सापेक्षता के उपलक्ष्र के तौर पर मनाया जाता हैं।

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महिलाओं कि समाजिक क्षेत्र मे भागीदारी प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक महिलाओं ने पुरूषे के साथ कदम से कदम मिलाकर चलती आई है। आज के जमाने में महिलाओं को पुरुषों के बराबर सम्मान और हक भी दिया जाता है। यहाँ तक आजादि के लडा़ई में भी महिलाओं ने सदा भूमिका निभाई। खुब लडी़ मर्दागी वह तो झासी वाली रानी थी।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s day) क्यों मनाया जाता है?

आपको बता दूं कि इस दिन कि शुरूआत लगभग 15,000 महिलाओं ने एक रैली निकाली थी। इटली के महिलाओं द्वारा विरोध किया गया था जरुरत से ज्यादा घंटे तक काम करवाने और जितना घंटा काम करते थे उतना घंटा का वेतन यानी (Salary) नहीं मिलने के कारण विरोध शुरू की गई थी। उन महिलाओं की मांग यह थी कि काम कम घंटे हो और वेतन अच्छी मिले इसके लिए महिलाओं को वोट डालने का हक भी मिला।

उसके एक वर्ष बाद अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने पहला महिला दिवस मनाने का ऐलान (Announcement) किया। रूस में इस्तेमाल होने वाले जुलियन कैलेंडर था और रविवार का दिन था। और इस दिन ग्रेगॉरियन कैलेंडर के अनुसार, 8 मार्च था। इसलिए प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रुप में मनाया जाने लगा। (International Women’s day)

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एक महिला के बिना पूरा परिवार (Family) अधुरा हैं। स्त्री के बिना यह समाज सुशोभित नही हैं। स्त्री भी पहले के अपेक्षा ज्ञान-विज्ञान , तकनीक आदि क्षेत्रे में अपनी रूची विकसीत कर पा रही हैं। आज के दौर में लड़कियाँ बोझ नहीं बल्कि अपने पैरो खड़े होने की हौसला भी रखती है। और किसी भी कठिनाई से डट कर सामना करती हैं। कहतें हैं घर में बेटी व नोट के पेटी नसीब वालों को ही मिलता हैं। नारी जाति भी अब प्रशासनीक क्षेत्र में कार्य कर रही हैं।

भारत की प्रथम महीला प्रधानमंत्री कौन थी ?

भारत की प्रथम महीला प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुत्री इंदिरा गाँधी थी। आपको बता दूं कि इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवम्बर 1917 को इलाहाबाद के आनंद भवन में हुआ था। अपने हौसले और निर्णय लेने की क्षमता की वजह से विश्व राजनीतिक में ‘लौह महिला ’ के रूप में इन्दिरा गांधी को माना जाता है।

बिहार कि प्रथम महिला मुख्यमंत्री कौन थीं ?

बिहार कि प्रथम महिला मुख्यमंत्री राबडी़ देवी थी। (International Women’s day) यह प्रथम महिला थी , जो सावित्री बाई फूले पढ़ना – लिखना इच्छा रखति थी।अपने समाज में उसे हे दृष्टि से लोग देखतें हैं। सावित्री बाई फूले जब पढ़ने स्कूल जाती थी, तब कोई उनके उपर कचरा फेकता था,कोई गंदा पानी। फिर भी वह हार नही मानी ।

अगर वह हार मान जाती तो ईतिहास में हमलोग नही जानतें। इनका जीवन संघर्ष मय रहा। अभी हमलोंग 21सदीं मे जी रहे हैं, जबकी महिलाओं ने 20 सदीं में लगभग विकास के मार्ग पर चलना सिख लिया था। 21सदीं के अंत तक महिलाओं ने अपना व अपने महान भारत का विकास कर चुकी होगी।

तब हमारा देश सभी क्षेत्र में किसी से कम नही होगा महिलाओं ने समय – समय पर आन्दोलन में सक्रिय भुमिका निभाई। कभी चिपको आन्दोलन, ताडी़ आन्दोलन और शराब विरोधी आन्दोलन ।

यदि यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें। हमारी मेहनत आपकी पहली पसंद www.Hindwatch.in ।

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