सासनी। दबंगों ने जब जमीन पर कब्जा किया तो सुरेश ने शासन से लेकर प्रशासन तक का दरवाजा खटखटा दिया मगर कोई राहत नहीं मिली तो वह आमरण अनशन करते हुए तहसील में भूख हडताल पर बैठ गया।
शुक्रवार को तहसील परिसर में भूख हडताल पर बैठे तमन्नागढी निवासी सुरेश पुत्र ज्वालाप्रसाद ने बताया कि उसने सन् 1998 में सासनी के केशवदेव पुत्र बुद्धसैन से 19 हजार में जमीन खरीदी थी।
जिसका दाखिला खारज भी हो गया। मगर कब्जा नहीं लिया। वह हाथरस में ही रहने लगा। इसी बीच बनगढ के कुछ दबंगों ने उसकी जमनी पर कब्जा कर लिया। विरोध किया तो मारपीट की नौबत आ गई। जिसकी शिकायत उसने पुलिस तथा राजस्व अधिकारियों से की मगर कोई राहत नहीं मिली।
कब्जा लेने का प्रयास निरंतर चलता रहा। जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो सुरेश अपनी पत्नी सहित सासनी तहसील पहुंच गया और भूख हडताल पर बैठ गया।
सुरेश के भूख हडताल पर बैठते ही प्रशासनिक अधिकारियों को हाथ पावं फूल गये। और उसे हडताल से उठाने का प्रयास करने लगे। मगर समाचार लिखे जाने तक सुरेश भूख हडताल पर बैठा था।
तहसीलदार ठाकुर प्रसाद ने बताया कि सुरेश ने जमीन ली थी। जिसमें पट्टेदारों से कब्जा भी दिला दिया था।
मगर दूसरे पट्टेदारों ने कब्जा कर लिया। आज इसकी तारीख थी। यह यहां आया है, इसकी समस्या का नियमानुसार कार्रवाई कर निस्तारण किया जाएगा।